द गर्ल इन रूम 105–१७
दिमाग में ही कुछ खराबी थी? और अभी फिर में उसके बारे में क्यों सोचने लगा था मैंने पड़ी देखी, आधी रात हो चुकी थी। मैन खुद को नियंत्रित करने की तैयारी कर ली। मैं फ़ोन उठाकर उसे कॉल करने से खुद को रोकना चाहता था। मैं उसे यह कहने से खुद को रोकना चाहता था कि मैं आज भी उसकी प्यार करता हूँ और उसे मुझे
एक और मौका देना चाहिए प्लीज प्लीजा
मैंने मौजूदा लम्हे पर फिर से अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की। मेरी ड्रिंक खत्म हो चुकी थी। आइस
भी नहीं बची थी। मैं किचन में फिज से आइस लेने गया। लौटकर एक और ड्रिंक बनाई। बारह बजकर दस मिनट
हो गए। बाऊ, मैंने यह कर दिखाया। शुक्र है कि सौरभ ने भी एक नए विषय पर बात शुरू कर दी। पता है चंदन का चर चल रहा है?
'नहीं। भला उसके साथ कौन सोना चाहेगी
'उसकी मेक्रेटरी।'
"शीला आंटी?" मैंने कहा 'आर यू सीरियस? वो तो पचास से ज्यादा की है और वज़न भी गौ किलो से ऊपर
होगा।'
"उसके लिए तो वही सही है, सौरभ ने कहा और हंस दिया।
'शीला आंटी और चंदन? सोचकर ही घिन आ रही है।" 'तुमको बोला किसने कि उस बारे में इमेजिन करो।'
हम दोनों बिलबिला पड़े। मैं शीला आटी को तब से जानता था, जब से मैने चंदन क्लासेस जॉइन किया था। हम अकसर साथ-साथ टिफिन खाते थे। आखरी बार जब मैंने उनके बारे में सुना, तब उनकी वह को कल ही तो उन्होंने मुझे खाने को भिंडी दी थी, मैंने कहा 'मैं उनके बारे में यही सोचता हूं। बहुत लजीज
होने वाला था।
खाना बनाने वाली आटी। और अब तुम मुझको बता रहे हो कि छिः। वैसे तुम्हें कैसे पता चला
'मैं उन्हें बीकली अटेंडेंस रिपोर्ट देने गया था। उनके पास उनका फ़ोन खुला पड़ा था। उसमें चंदन के
व्हॉट्सएप मेसेजिस थे।"
क्या मॅसेजिस?'
"किस इमोजीज़ और रेड लिप्स।'
"शायद उस भूतिए को यही मालूम नहीं होगा कि इन इमोजी का क्या मतलब है।'
"इसके आगे लिखा था— शीला जी आप बहुत ब्यूटीफुल है।"
"क्या? नो वे।"
'और इसके बाद लिखा था— शीला जी आज की रात का बेरात्री से इंतज़ार है, सौरभ ने कहा 'मैंने अपनी आंखों से देखा, भाई।
'बाऊ। और वो लोग यह करते कहाँ पर है?
“और कहां? तुमने उनके ऑफिस में वो सोफा नहीं देखा क्या?"
"छि.. मैं तो उस सोफ़े पर कई बार बैठा हूँ।" 'उम्मीद ही है कि सबकुछ करने के बाद वो लोग उसको पोंछकर साफ़ कर देते होंगे।" 'शट अप में अब उसके ऑफिस में कभी नहीं बैरूंगा।'
'नहीं, तुम्हें क्या लगता है, शीला उसकी सेक्रेटरी है, इसलिए साफ-सफाई भी वही करती होगी।' शराब के नशे में हर चीज एक्स्ट्रा फनी लगती है। सौरभ और मैं ठहाका लगाकर हंसने लगे। हमारी बोरिंग
लाइफ में इस छोटे से स्कैंडल के कारण थोड़ी-सी सनसनी आई थी। सौरभ इतनी जोर से हंसा कि फेक-लेदर के
हमारे चिकने सोफ़े से नीचे गिर पड़ा। फिर वो बोला कि किस करने से पहले चंदन गुटखा तो थूक देता होगा ना। इस बार हंसते-हंसते मेरी हालत खराब हो गई। मैं भी पेट पकड़कर सोफ़े से नीचे जा गिरा।
'भाई, देखो,' सौरभ ने कहा और ब्लेंडर्स प्राइड की खाली बोतल को हिलाया।
'हां, हमने ज्यादा ही पी ली है। कितना बजा हैट ''दो बजने वाले हैं, भाई।"
'वाका वानी हम सेक्सी शीना और स्टड चंदन के बारे में इतनी देर से बात कर रहे हैंता 'हो सकता है, कोचिंग सेंटर में ठीक इसी समय वो लोग वह सब कर रहे हो, सौरभ ने कहा। वलकर देखें क्या जरा सोचो हमें देखकर उनका क्या हाल होगा। हम तो इतना ही कहेंगे कि हम कुछ